वाराणसी में उफान पर गंगा, चेतावनी बिंदु के करीब पहुंचा जलस्तर, छत पर जल रही चिताएं…

  • दशाश्वमेध घाट पर पांचवी बार बदला गया आरती स्थल, छत पर आरती
  • बुधवार को 8 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
  • पिछले 24 घंटे में दो मीटर बढ़ गया गंगा का जलस्तर, बढ़ी दुश्वारियां

वाराणसी। गंगा इस समय उफान पर हैं। 8 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में वृद्धि हो रही है। गंगा का जलस्तर बुधवार की सुबह 68.02 मीटर रिकार्ड किया गया। यह चेतावनी बिंदु से महज दो मीटर नीचे है। यदि जलस्तर में वृद्धि की यही रफ्तार रही तो कुछ घंटों में ही पानी चेतावनी बिंदु को छू लेगा। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से तटवर्ती इलाकों में दुश्वारी बढ़ गई है। वाराणसी में गंगा का चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है।

गंगा के जलस्तर में पिछले चार दिनों से वृद्धि हो रही है। बुधवार को 8 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। गंगा के पानी में घाट डूबने लगे हैं। ऐसे में पांचवीं बार दशाश्वमेध घाट पर आरती का स्थल बदलना पड़ा। अब छत पर गंगा आऱती हो रही है। वहीं मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर भी शवदाह स्थल बदलने पड़े हैं। मणिकर्णिका पर चिताएं छत पर जलाई जा रही हैं।

गंगा तट पर स्थित मंदिरों में पानी घुस गया है। कई मंदिर डूब चुके हैं। वहीं घाटों पर रहने वाले पंडे-पुरोहितों के लिए भी दुश्वारी बढ़ गई है। जलस्तर में वृद्धि के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट है। जलपुलिस, एनडीआरएफ व पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है। घाटों पर जानें वाले लोगों को आगाह किया जा रहा है। प्रशासन नें बाढ़ की चुनौती से निबटने के लिए जरूरी इंतजाम किए हैं।

By NTI NEWS TV